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भाजपा नहीं छोड़ें, वहीं रहकर आप के लिए काम करें: केजरीवाल ने गुजरात भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा

राजकोट, तीन सितंबर – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से सत्तारूढ़ दल में ही रहते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के लिए काम करने की अपील की।

आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने गुजरात के अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शनिवार को राजकोट में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।

केजरीवाल ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को भाजपा से ‘‘पैसे’’ लेते रहने चाहिए लेकिन ‘‘अंदर से ही’’ उन्हें ‘आप’ के लिए काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राज्य में उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर भाजपा कार्यकर्ताओं को भी आम लोगों को दी गई सभी ‘‘गारंटी’’ का लाभ मिलेगा।

आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, ‘‘हम भाजपा नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल नहीं करना चाहते। भाजपा अपने नेताओं को रख सकती है। भाजपा के ‘पन्ना प्रमुख’, गांवों, बूथों और तालुकाओं के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में हमारे साथ जुड़ रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि इतने वर्षों के बाद भी भाजपा ने उनकी सेवा के बदले उन्हें क्या दिया?’’

केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और उनके परिवार के सदस्यों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और मुफ्त बिजली जैसी सुविधाओं की पेशकश नहीं की, लेकिन आम आदमी पार्टी उनके कल्याण की परवाह करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा कार्यकर्ता अपनी पार्टी में ही रह सकते हैं लेकिन वे आम आदमी पार्टी के लिए काम कर सकते हैं। उनमें से कई लोगों को भाजपा की ओर से पैसे दिए जाते हैं, इसलिए वहां से पैसे लें लेकिन हमारे लिए काम करें, क्योंकि हमारे पास पैसा नहीं है।’’

केजरीवाल ने कहा, ‘‘जब हम गुजरात में सरकार बनाएंगे, हम मुफ्त बिजली देंगे और यह भाजपा कार्यकर्ताओं को भी मिलेगी। हम आपको 24 घंटे मुफ्त बिजली देंगे और आपके बच्चों के लिए अच्छे स्कूल बनाएंगे जहां उन्हें मुफ्त शिक्षा मिलेगी। हम आपके परिवार के सदस्यों के लिए मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण इलाज सुनिश्चित करेंगे तथा आपके परिवार में महिलाओं को भत्ते के रूप में 1,000 रुपये प्रति माह भी देंगे।”

आप नेता ने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि 27 वर्षों के शासन के बावजूद भाजपा में बने रहने का कोई अर्थ नहीं है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि वहां रहें लेकिन आप के लिए काम करें। आप लोग बुद्धिमान हैं, भीतर से आम आदमी पार्टी के लिए काम करें।”

केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई के महासचिव मनोज सोरथिया पर हाल में हुए हमले का मुद्दा उठाया और आशंका जताई कि “आप का समर्थन करने की वजह से गुजरात के लोगों पर कई और हमले होंगे।”

उन्होंने कहा, “मनोज सोरथिया पर हुए हमले से पता चलता है कि भाजपा हताश है। उसे यह समझ में नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए। यह भाजपा की हार का संकेत है।”

केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस नहीं है और उसे सत्ताधारी पार्टी द्वारा डराया नहीं जा सकता।

उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, “आप अब तक कांग्रेस से निपटे हैं, लेकिन हम आम आदमी पार्टी के लोग हैं। हम सरदार पटेल और भगत सिंह को अपना आदर्श मानते हैं।”

केजरीवाल ने कहा कि यदि भाजपा को लगता है कि वह इस तरह के हमले कर आम आदमी पार्टी को डरा सकती है तो यह उनकी गलतफहमी है।

उन्होंने कहा, “हम डरने वाले नहीं हैं। हम कायर नहीं हैं। हम अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़ेंगे। गुजरात के छह करोड़ लोगों के पास अब आम आदमी पार्टी के रूप में एक विकल्प है। वे भाजपा के 27 साल के कुशासन का जवाब देंगे।”

केजरीवाल ने लोगों से हिंसा का सहारा नहीं लेने की अपील की।

आप नेता ने कहा, “मैं लोगों को बताना चाहता हूं कि आने वाले 2-3 महीनों में हमलों की संख्या न केवल आम आदमी पार्टी पर बल्कि लोगों पर भी बढ़ेगी। वे उन लोगों पर हमला करेंगे जो कहते हैं कि वे आप को वोट देंगे। जो लोग भाजपा के खिलाफ बोलते हैं उन पर हमला किया जा सकता है। वे बड़ी संख्या में लोगों पर हमला करने जा रहे हैं।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए, बल्कि भाजपा के खिलाफ मतदान कर अपने गुस्से को जाहिर करना चाहिए।

केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने गुजरात की अपनी कई यात्राओं के दौरान पुलिसकर्मियों, आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्यकर्मियों, यातायात पुलिस, ग्राम रक्षा दल (जीआरडी), ऑटो चालकों और होमगार्ड प्रतिनिधियों से मुलाकात की है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है।

केजरीवाल ने विरोध करने वाले समूहों की शिकायतों को सुनने के लिए तीन मंत्रियों की एक समिति बनाने को लेकर राज्य सरकार की भी आलोचना की।

उन्होंने कहा, “आपका इरादा सही नहीं है। आप प्रदर्शनकारी समूहों के मुद्दों को हल करना नहीं चाहते हैं। आप उन्हें लॉलीपॉप देंगे और उन्हें गुमराह करेंगे। मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि आप उनकी बात न सुनें।”

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